मां काली 🕉️ मैं तुम्हें भ्रम में नहीं रखना चाहती

मेरे बच्चे मेरी असलियत जानने और मेरे इस
रूप को पहचान का वक्त ए चुका है क्योंकि
मैं तुमसे बहुत प्रेम करती हूं और मैं
तुम्हें किसी भ्रम में नहीं रखना चाहती
हूं
तुम बहुत भाग्यशाली हो मेरे बच्चे जो मेरे
असली रूप को देख पाओगे मेरा प्रेम
तुम्हारे जीवन को हर भाई से मुक्त करेगा
मेरे असली रूप के आज दर्शन होंगे मेरे
बच्चे में यह जानती हूं तुम्हें मेरे इस
रूप से दर लगता है
[संगीत]
मेरा रूप हमेशा क्रोध दिखता है पर यह नहीं
है मेरे बच्चे यदि तुम्हें मेरे इस रूप से
दर लगता है तो तुम मुझसे प्रेम कैसे कर
सकते हो इस दर का प्रेम से कोई संबंध नहीं
है मेरी प्रेम पर केवल उसका अधिकार है जो
मेरे समक्ष धर्म को मुझे समझता हो
[संगीत]
उसी को मेरे इस प्रेम का अधिकार है मेरे
बच्चे एक समय में मेरा प्रेम अत्यधिक बढ़
गया था तब मैंने यह रूप धारण किया मैं
तुम्हारी प्यारी पार्वती माही हूं मेरे
बच्चे अपने अंदर से दर को निकल कर मुझसे
प्रेम करो
[संगीत]
क्योंकि तुम्हें मेरे रूप से भले ही दर
लगता हो परंतु मेरा हृदय तो वही है
पार्वती जो की बहुत ही ज्यादा कोमल है जो
अपने बच्चों से बहुत प्रेम करती है इसलिए
तुम आज से बल्कि अभी से डरना छोड़ दो
किसी भी कार्य की चिंता तुम्हें नहीं करनी
है और ना ही भविष्य की यह सोचकर की आगे
क्या होगा बस तुम्हें अपने आप पर ध्यान
देना है जो कार्य कर रहे हो वह कार्य साफ
और शुद्ध मैन से किए हुए होने चाहिए
[संगीत]
[प्रशंसा]
तुम्हारे मैन के मेल को धोना इतना ही
आवश्यक है जितना की तुम्हारे तन को शुद्ध
करना जिस तरह तुम्हें प्रतिदिन सा और
शुद्ध कपड़े पहने से एक ऊर्जा प्राप्त
होती है और तुम्हें तरोताजा रखती है
[संगीत]
उसी प्रकार तुम्हारी अंदर की शुद्धता
तुम्हें तरोताजा रखेगी परंतु एक बात का
ध्यान रखना की जब मैं भोलेनाथ से क्रोध
में थी तभी मैंने काली का रूप धारण किया
और रक्सन का वध किया अनर्थ में बर्दाश्त
नहीं कर सकती
[संगीत]
इसलिए मुझे काली मैन से क्रोधित काली मैन
का रूप धारण करने पर मजबूर मत करना
क्योंकि जितना मेरा प्रेम प्यारा है उतना
ही मेरा क्रोध सबसे खतरनाक है जिस प्रकार
भोलेनाथ जी तुम्हारी सभी इच्छाओं को पूर्ण
करते हैं
[संगीत]
मैं उनकी अर्धांगिनी पार्वती जो की काली
के रूप में तुम्हें दिखाई देती हूं मैं भी
तुम्हारे सभी कार्य को पूर्ण करूंगी
तुम्हें चुनी हुई मंजिल का मार्ग आसानी से
मैं प्राप्त करूंगी
क्योंकि किसी भी मंजिल का यदि मार्ग
तुम्हें प्राप्त हो जाए तो मंजिल मिलना
बहुत ही आसान होता है बस तुम्हें अपनी
ताकत से परीक्षण करनी होगी और एकाग्र मैन
से उसे कार्य को करना होगा तब तुम्हारा
कार्य शीघ्र ही पूर्ण हो जाएगा यह मैं
तुम्हें वचन देती हूं
[संगीत]
मेरे बच्चे यदि तुम्हारे साथ कोई गलत करता
है तो तुम्हें उसके साथ गलत नहीं करना है
और ना ही तुम्हें किसी से डरना है क्योंकि
किसी के गलत करने से तुम्हारा गलत नहीं
होगा जब तक मैं तुम्हारी रक्षक हूं तब तक
तुम्हारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता
बल्कि ऐसे व्यक्ति पर मेरी क्रूर दृष्टि
रहती है और उसे दंड अवश्य मिलेगा तुम्हें
ऐसे व्यक्ति के लिए चिंतित होने की
आवश्यकता नहीं है क्योंकि जिस प्रकार
बच्चे अपने माता पिता की छाया में
सुरक्षित रहते हैं उसी प्रकार तुम मेरी
छाया में सुरक्षित हो
[प्रशंसा]
इसके साथ-साथ मेरे बच्चे तुम्हें एक कार्य
करना है तुम प्रतिदिन जब सुबह उठाते हो तो
जितनी जल्दी हो सके तुम सभी कार्य से
निवृत्ति होकर स्वच्छ हो जाओ उसके पक्ष
जितने बार तुमसे हो सके उतनी बात ओम नमः
शिवाय मंत्र का उच्चारण करो
[संगीत]
ऐसा करने से मुझे बहुत ज्यादा प्रसन्नता
होती है और मैं आज एक रात से पर्दा उठाने
जा रही हूं तुम्हारे जीवन में जो तुम्हारी
सबसे बड़ी उलझन है इस बात को लेकर उलझन
में फंसे हुए हो तुम को उसके आगे का सोचना
है
परंतु तुम वहां तक देख नहीं सकते
[संगीत]
तुम वहां तक सोच नहीं सकते की तुम्हारे
जीवन में आगे क्या होने वाला है इसी रात
से आज मैं पर्दा उठा दूंगी की यदि तुम
बहुत परेशान कर रहे हो तो तुम्हें उसका फल
प्राप्त नहीं हो रहा है
ईमानदारी करने के पक्ष भी
[प्रशंसा]
सही कट करने के बाद भी तुम्हारा धर्म पर
चलना फिर भी पाल को प्राप्त नहीं करना इस
बात से अंजन हो तुम वहीं बात में आज
तुम्हें अवगत करने वाली हूं मेरी इस बात
को ध्यानपूर्वक सुनो मेरे बच्चे यदि तुम
परेशान
कर रहे हो
तो आज मैं तुम्हें एक बात बता डन की
तुम्हें निश्चिंत रहना है चिंता नहीं करनी
है क्योंकि उसका फल अवश्य प्राप्त होगा
मैं जानती हूं की तुम्हें कठिनाइयों का
सामना करना पद रहा है लेकिन आने वाला समय
तुम्हारा बहुत ज्यादा अच्छा होगा
[संगीत]
क्योंकि मैं सदा तुम्हें देख रही हूं मैं
सन रही हूं तुम्हें मैं समझती हूं
तुम्हारे सभी कार्य को ध्यान से देखती हूं
और उसका फल मैं तुम्हें अच्छा देने वाली
हूं मेरे बच्चे तुम्हें स्वयं भी ज्ञात
नहीं कर पाओगे
आश्चर्यचकित हो जाओगे
इसलिए तुम निश्चिंत होकर अपने कर्मों को
करते जाओ मेरे बच्चे मेरा आशीर्वाद सदैव
तुम्हारे साथ रहेगा तो मैं जब भी कोई
परेशानी होगी मैं स्वयं आऊंगी तुम्हारी
रक्षा करने के लिए
[संगीत]

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